भारत द्वारा चीनी माल का बायकाट सही है!हम चाईनीज माल नहीं ख़रीदेंगे तो मर तो नहीं जाएंगे ?खुद मैंने स्कूल के लिए एक सामान ख़रीदना था लेकिन चाईनीज नहीं ख़रीदा !आइए तथ्यों की वास्तविकता पर नज़र डालें!
*खुद चीन ने अपने छोटे पड़ोसी देशों मंगोलिया,साउथ कोरियाको धमकाने के लिए इसी रणनीति का इस्तेमाल किया !
👉*जरा ध्यान दें चीन जितना पूरे विश्व में माल भेजता है यानी एक्सपोरट करता है,भारत को इसका केवल 2•3%ही जाता है और बायकोट द्वारा इसे ही कम करना है ,दूसरी बात भारत द्वारा महत्वपूर्ण मशीनरी,टेलीकोम का सामान मंगवाया जाता है! ख़ास बात चीन अमेरिका और यूरोपीय देशों को क्वालिटी का महंगा माल बेचता है और भारत,एशिया,अफरीका को घटिया व सस्ता माल भेजता है!
*अब बात भारत द्वारा चीन को भेजे जाने वाला सामान ,भारत कुल एक्सपोरट का 4•2%सामान यानी चीन के भारत को एक्सपोरट प्रतिशत से ज्यादा सामान चीन को भेजता है!
*अब दोनो देशों द्वारा आयात की बात ,हम हमारे कुल आयात का 12•6% माल चीन से मँगवाते हैं और चीन खुद के आयात का महज 0•8% माल भारत से मँगवाता है
*चीन से भारत का व्यापार घाटा 44 बिलियन डालर है,इस स्थिति में बायकाट से हम तो केवल घाटा ही एक बार पूरा कर लें,यही बहुत अहम है!शेश शुरूआत ही मान लें! बाकी दावे अपनी जगह हैं और हमारे प्रयत्न केवल अच्छे,देश प्रेम के आंरंभिक चरण हैं!दावे कितने पुख्ता हैं,आप खुद अंदाज़ा लगाऐं!
शेष आप राय प्रकट करें!
Sunday, 6 August 2017
चीनी माल और बहिष्कार का दावा
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चीनी माल
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